Savan month vrat poojan ।। 2020 savan vrat

6-7-2020 सावन के महीने का व्रत व पूजन कर भगवान शिव को करे प्रसन्न। Savan month vrat poojan

Savan month vrat poojan ।। 2020 savan vrat

आज‌‌ हम आपको‌ Savan month vrat poojan की विधि बताने वाले है ! कैसे आप भगवान शिव को अपनी पूजा से प्रसन्न कर सकते है ! लेकिन कुछ बातो का रखे ध्यान नही तो आपका अशुभ होना तय है। इसलिए आप इस Article को अंत तक पढ़।

सावन महीने के महीमा

पाठकों ! पौराणिक कथाओं के अनुसार ” सनत कुमारो ने भगवान शिव से पूछा था ” की आपको‌ श्रावण महीना इतना प्रिय क्यो है। तब भगवान शिव ने उतर दिया। कि जब माता सती हो ग ई थी। उसके पश्चात माता पार्वती ने महाराज हिमाचल के घर मे जन्म लिया था। तब माता पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए। कठोर व्रत व तपस्या की थी। इसलिए भगवान शिव को ‌श्रावण महीना बहुत प्रिय है। कहां ये भी जाता है कि भगवान शिव श्रावण के महीने हरिद्वार मे निवास करते है। इसलिए भगवान शिव के भगत हर की पौड़ी से कावड़ उठाते है।

सावन (श्रावण) सोमवार व्रत तारिक़े

1. पहला सोमवार 6 जुलाई 2020

2. दूसरा सोमवार 13 जुलाई 2020

3. तीसरा सोमवार 20 जुलाई 2020

4. चौथा सोमवार 27 जुलाई 2020

5. पांचवां सोमवार 3 अगस्त 2020

शिव के भक्तों के लिए इस बार सावन के पांच सोमार होंगे।

सावन व्रत की विधि

भक्तों सावन (श्रावण) का महीने आरम्भ होते ही जो भी पहला सोमवार आए। उसे पूर्व ही यानि रविवार को सामग्री इकट्ठी कर ले। सामग्री हम आपको नीचे बता देंगे। पहले सोमवार को सुबहा उठकर स्नानादि कर शुध्द हो जाए। उसके पश्चात सारी सामग्री लेकर भगवान शिव के मंदिर चले जाए। उसके पश्चात शिवलिंग के सामने बैठ जाय, और सबसे प्रथम भगवान शिव को प्रणाम करें। और संकल्प करें। यदि आपको संकल्प नही पता क्या होता है। तो नीचे लिंक मिल जाएगा। संकल्प करने के पश्चात भगवान शिव से प्रार्थना करें। की आप उनके सावन (श्रावन) के सारे सोमवार व्रत रखने का प्रण करते है। और उसके पश्चात उध्यापन भी करेगें।

संकल्प के लिए यह क्लिक करें 

Sankalp kya hota hai ।। संकल्प कैसे करते है।

सावन (श्रावण) व्रत सामग्री

1. गंगा जल व साधारण जल का कलश।

2. दूध, दही, शहद और पंचामृत।

2. विल्व पत्र के पत्ते, आक के फूल, धतूरे के पूल।

4. धतूरे का फल और फल-फूल

5. धूप-दीप, चंदन, मौली, मिष्ठान।

6. चावल, देसी

savan month vrat poojan

सावन सोमवार पूजन विधि

पाठकों सर्व प्रथम व्रत व पूजन का संकल्प ले। उसके पश्चात शिवलिंग पर थोड़ा सा गंगा जल‌ चढ़ाए। उसके पश्चात शहद, दही, देसी, घी, चंदन पाउडर से स्नान करावे। फिर शिवलिंग को शुध्द जल से स्नान करावे। फिर वस्त्र यानि मौली चढावे। चावल व पुष्प चढावे। फल और मिष्ठान अर्पण करे। चंदन तिलक कर दक्षिणा चढावे। इसके पश्चात दूप-दीप शिवलिंग के संमुख लगाव। और धरती पर बैठ कर व्रत को‌ सफल बनाने की कामना करे।

Shiv tandav stotram ।। हिन्दी अर्थ सहित(Opens in a new browser tab)

सावन सोमवार व्रत मे‌ खान पान

पाठकों सावन व्रत मे अन्न ग्रहन नही करना होता। जैसे कनक की रोटी, चावल, दाल चन्ने, मैद्दा, बेसन इसके अतिरिक्त अन्न मे और भी बहुत सारी वस्तुएँ आती है। सावन के व्रत आप मीठे मे भी रख सकते है, और नमकीन मे भी रख सकते है। मीठे मे सामकीये चावर की खीर, साबुदाना की खीर, फल फ्रूट आदि। नमकीन मे ‌सामकीये चावल नमकीन खा सकते है। उसमे टमाटर, जीरा, धनिया घी, हल्दी नमक आदि डाल सकते है। इसके अतिरिक्त नमकीन आलू दही के साथ सेवन कर सकते है। इसके इलावा कुटु का आटा, सिंगाडे के आटे की रोटी आलू के साथ खा सकते है। आप चाहे तो इन आटो से पकोडे, हलवा, आलू की टिक्की आदि भी बना सकते है।

सुबह शिवलिंग पर जल चढ़ाने के पश्चात जल चाय आदि पी सकते है। 12:00pm के पश्चात फलों का सेवन कर सकते है। 4:00pm के बाद शिवलिंग पर फिर जल चढ़ाए। उसके पश्चात आरती कर भोजन ग्रहण करें।

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सावन व्रत परहेज

1. ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करने।
2. प्याज लहसुन का सेवन न करे।
3. मांस, मदिरा का सेवन न करे।
4. माता-पिता का आदर करे।
5. अपनी पत्नी का अपमान न करे।
6. किसी भी स्त्री को बुरी दृष्टि से न देखे।
7. गलत भाषा का इस्तमाल न करे।
8. किसी से भी लडाई झगड़ा न करे।
9. किसी से भी ईर्ष्या द्वेष न करे।
10. रोजमाता पिता के पैर स्पर्श करे।

पाठकों यह परहेज आपको‌ पूरे सावन के महीने मे रखने है।

सावन सोमवार व्रत उध्यापन विधि

पाठकों सावन के अंतिम सोमवार को व्रत का उध्यापन करना बहुत जरूरी है। यदि आप उध्यापन नही करते तो आपको आपके‌ व्रत का पूर्ण फल प्राप्त नही होगा। सावन व्रत उध्यापन के लिए कुछ सामग्री की आवश्यकता होगी। सामग्री हम आपको नीचे बता देंगे। उध्यापन आप शिव मंदिर मे पंडित से करवा सकते है। यदि पंडित न हो तो जैसे आपको पूजन ऊपर बताया है। वैसे पूजन करे। उसके पश्चात शिव परिवार को वस्त्र चढ़ा दे। भगवान शिव से अपने व्रत को सफल बनाने की कामना करे। और आपको पूर्ण फल‌ प्राप्त हो।

सावन व्रत उध्यापन सामग्री

1. भगवान शिव के लिए सवा दो मीटर का वस्त्र। (सफेद भगव, पीला)

2. माता पार्वती की लाल रंग की चुनरी।

3. भगवान गणेश का परना।

4. भगवान कार्तिकेय के लिए परना।

5. फल-फूल, धूप-दीप, चंदन मौली।

6. मिष्ठान, दूध, दही

बाकी जो सामग्री savan month vrat poojan के लिए ऊपर दी गई है। वही इस्तमाल होगी।

हर हर महादेव

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